मुकेश अंबानी की पत्नी नीता को बनाया गया वायकॉम18-डिज्नी का चेयरपर्सन
मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी को वायकॉम18-डिज्नी का चेयरपर्सन बनाया गया है। पिछले साल उन्होंने रिलायंस इंडस्ट्रीज का बोर्ड छोड़ दिया था और उसके बाद उन्हें पहली बार किसी बिजनेस की कमान दी गई है। नीता अंबानी स्पोर्ट्स से जुड़ी रही हैं लेकिन मीडिया की दुनिया में पहली बार उनकी एंट्री हो रही है। यहां उनका मुकाबला सोनी, नेटफ्लिक्स और ऐमजॉन के प्राइम वीडियो से है। यह सेक्टर मुकेश अंबानी के दिल के बेहद करीब है। वायकॉम18 के जरिए उन्होंने इसमें 22,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। अब इसे आगे ले जाने की जिम्मेदारी नीता अंबानी के कंधों पर है।
क्यों हुआ मर्जर
डिज्नी ने 2019 में स्टार इंडिया को खरीदा था। लेकिन 2022 में आईपीएल के डिजिटल राइट्स खरीदने में वायकॉम18 से पिछड़ने के बाद उसकी मुश्किलें बढ़ गई। एक समय स्टार इंडिया की वैल्यूएशन 15 अरब डॉलर थी जो घटकर तीन अरब डॉलर रह गई। इससे डिज्नी को स्टार के भविष्य पर नए सिरे से विचार करना पड़ा। आखिरकार उनसे रिलायंस के साथ जॉइंट वेंचर बनाने का फैसला किया। स्ट्रीमिंग और टीवी बिजनेस में डिज्नी का काफी नुकसान हुआ है जिस कारण पिछले साल अगस्त में कंपनी का शेयर नौ साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया था।
कितनी बड़ी है मर्ज्ड एंटिटी
मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी के बोर्ड में रिलायंस के पांच और डिज्नी के तीन डायरेक्टर होंगे। साथ ही दो इंडिपेंडेट डायरेक्टर होंगे। इसमें रिलायंस और वायकॉम18 की 63 फीसदी और डिज्नी की 37 फीसदी हिस्सेदारी होगी। इस कंपनी की टीवी और ओटीटी मार्केट्स में 40 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी होगी। फाइनेंशियल ईयर 2023 में इसका कंबाइंड ऑपरेटिंग रेवेन्यू 25,000 करोड़ रुपये का था।
डिज्नी और रिलायंस की जुगलबंदी
स्केल और साइज के प्रति मुकेश अंबानी का प्यार किसी से छिपा नहीं है। 2014 में राघव बहल से नेटवर्क18 की कमान अपने हाथ में लेने के बाद मुकेश अंबानी ने हमेशा इसे देश की सबसे बड़ा मीडिया अंपायर बनाने का सपना देखा है। लेकिन स्टार, जी और सोनी की तुलना में वायकॉम18 छोटी रही। कंपनी ने सोनी की इंडिया यूनिट को खरीदने की कोशिश की लेकिन शेयरहोल्डिंग और वैल्यूएशन को लेकर बात नहीं बन पाई। आखिरकार 2020 में रिलायंस ने इससे पिंड छुड़ा लिया। इसके बाद रिलायंस ने जी के साथ मर्जर की कोशिश की लेकिन जी के प्रमोटर्स ने रिलायंस के ऑफर को खारिज कर दिया और सोनी के साथ हाथ मिलाया। लेकिन यह डील भी जनवरी में टूट गई। आखिर रिलायंस को डिज्नी के रूप में पार्टनर मिल गया।
रिलायंस की कंपनी वायकॉम18 और डिज्नी के स्टार इंडिया के मर्जर के बाद 8.5 अरब डॉलर की कंपनी बनी है। यह देश में सबसे बड़ी मीडिया एंड एंटरटेनमेंट कंपनी है। इसके पास 75 करोड़ से अधिक व्यूअर्स, 200,000 घंटे से अधिक का कंटेंट और क्रिकेट के मीडिया राइट्स हैं। यह भारत ही नहीं दुनियाभर में गेमचेंजर साबित हो सकती है।